Responsive Ads Here

I am giving Relationship Build and Life Changes, Good Family, Good Relation Build, Happiness, Relationship Problem to Good Solution, Bed Relation to Good Relation Build, Good Life,Children and Parents Life Change Point, Happy Marriage Life, Happy Life Problem solving about tips and tricks

Sunday, August 2, 2020

अपने माता-पिता के लिए सात गोल बनाऐ

अपने माता-पिता के लिए सात गोल बनाऐ :-

                                                        इस जगत में बच्चों के लिए माता-पिता ईश्वर के समान माने जाते हैं क्योंकि जो जन्म देता है उसे जन्मदाता कहा जाता है जब माता- पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं तो उस की परवरिश करने में अपना सारा प्रेम व जीवन उमड़ देते हैं और माता-पिता अपने दुख से ज्यादा महत्वपूर्ण बच्चों के दुख को मानते हैं| जब आप बचपन में जो भी जिद्द करते थे कि मुझे यही चाहिए तो माता-पिता की कैसी भी परिस्थिति हो या उस चीज के लिए सक्षम हो या ना हो फिर भी वह आपको कैसे ना कैसे करके या मुसीबत पाकर आपकी जिद्द पूरी कर देते हैं| जब आप बचपन में उनसे एक बात को बार-बार पूछते थे तो आपके माता-पिता उस बात को बार-बार शांति से उत्तर देते थे| जब बचपन में जो चीज या भोजन आपको पसंद था पर आपके माता-पिता को पसंद नहीं था फिर भी वह अपना मन मार कर आपकी पसंद की चीज व भोजन खाते थे| जो भी एक माता-पिता के फर्ज होते हैं| वह सारे फर्ज अपने दिल और मन से निभाते हैं माता-पिता बच्चों के जीवन को उत्कृष्ट बनाने के लिए अपना जीवन जीना भूल जाते हैं क्या बच्चों का फर्ज नहीं होता हैं| कि दिल से व मन से अपने माता-पिता की सेवा करें जितना कर्तव्य और जिम्मेदारी माता-पिता की होती है उतनी बच्चों की भी होती है| कर्तव्य व जिम्मेदारी निभाने की| भारतीय शास्त्र व दर्शन में बताया गया है कि जब पुत्र अपने माता-पिता की सेवा करता है तो उसे चारों धाम की यात्रा के समान माना जाता है जो फल चारों धाम की यात्रा से मिलता है| वह फल माता-पिता की सेवा से मिलता है क्योंकि माता-पिता के चरणों में सारा जगत होता है क्या आप अपने माता पिता के लिए श्रवण कुमार, श्री राम और भरत जैसे पुत्र बन सकते हैं क्या आप पुत्र होने के नाते अपने माता-पिता के लिए अपनी जीवन में कुछ गोल बना सकते हैं  क्या आप अपने माता पिता की वाक्य में परवाह करते हैं मुझे लगता है कि हम अपने माता-पिता का मॉल तब समझ पाते हैं जब हम माता-पिता बन जाते हैं जो किसी भी परिस्थिति हो उसे गोल को पूरा कर सकते हो जो नीचे बताए गए हैं

1.    आप हर दिन अपने माता पिता के पैर छूकर दिन की शुरुआत कर सकते हैं :-

                                            क्या आप अपने जीवन में यह Goal बना सकते हैं कि हर दिन अपने माता- पिता के पैर छूकर दिन की शुरुआत कर सकते हैं| जब आप कार्यालय में जाए, किसी अच्छे काम के लिए बाहर जाए, त्यौहार या पर्व हो, आपका कोई विशेष दिन हो तो अपने माता-पिता के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेकर अपने दिन की शुरुआत करें माता-पिता के पैर छुने से रेस्पेक्ट बढ़ती है और उनसे गले मिलने से क्लोजनेस बढ़ती है| यदि यह दोनों साथ-साथ हो तो माता-पिता और बच्चों का संबंध और अद्भुत बन जाएगा| पर आजकल के बच्चे माता-पिता के पैर छुना तकिय  नुसी मानते हैं| हाय मॉम, हाय डैड कर या बिना पैर छुए दिन की शुरुआत करते हैं| जिससे आज माता-पिता की रेस्पेक्ट कम हो गई है| पहले के समय में बच्चे हर कार्य व छोटी से छोटी बात के लिए अपने माता पिता का आशीर्वाद लेना और आज्ञा मांगते थे| माता- पिता के पैर छूने से जो निश्चल आशीर्वाद मिलता है| वह बहुत प्रबल होता है क्योंकि जब आशीर्वाद लिया जाता है तो जब आशीर्वाद के रूप में जो वचन या शब्द निकलते हैं जो सामने वालों को उत्साहित व आत्म बल बढ़ाने का कार्य करता है| जिससे माता-पिता को लगे कि आपके जीवन में बहुत मायने रखते हैं

आप हर दिन अपने माता पिता के पैर छूकर दिन की शुरुआत कर सकते हैं
Child to Parents Touch Feet

आप हर दिन अपने माता पिता के पैर छूकर दिन की शुरुआत कर सकते हैंआप हर दिन अपने माता पिता के पैर छूकर दिन की शुरुआत कर सकते हैं
Child to Parents Touch Feet


2.    आप हर हफ्ता एक दिन कुछ घंटे अपने माता -पिता के लिए निकाल सकते हैं :-

                                                        क्या आप सप्ताह में एक दिन कुछ घंटे अपने माता-पिता के लिए निकाल सकते हैं |सप्ताह में एक दिन कुछ घंटे अपने माता- पिता के साथ गप मार सकते हैं, उनके साथ बैठ कर आराम से उनकी बात सुन सकते हैं और अपनी बात सुना सकते हैं, अपने माता पिता के साथ खेल सकते हैं जैसे बचपन में वह आपके साथ खेलते थे| जैसे उन्हें छेड सकते हैं क्योंकि एक समय पहले आप बच्चे थे| जब आपको उनकी जरूरत थी| वह आपके साथ थे| जब एक समय बाद जब वह वृद्धावस्था में उन्हें आपकी जरूरत है तब उनके साथ रहना चाहिए क्योंकि एक समय के बाद आपके माता-पिता को आपकी Presents (उपहार) नहीं चाहिए| उनको आपकी Presence (उपस्थिति) चाहिए Presents यानी कि आपके उपहार नहीं चाहिए| उनको आपकी उपस्थिति चाहिए| इसीलिए अपने माता-पिता को समय देना चाहिए उनके साथ कुछ समय बिताऐ क्योंकि माता- पिता को वृद्धावस्था मैं आपकी उपस्थिति के साथ बिताए गए समय उन सभी उपहार और दौलत के सामने सबसे बड़ा उपहार होता है उनके जीवन का|

आप हर हफ्ता एक दिन कुछ घंटे अपने माता पिता के लिए निकाल सकते हैं
Presents
आप हर हफ्ता एक दिन कुछ घंटे अपने माता पिता के लिए निकाल सकते हैं
Presence
      

3.    आप हर साल अपने माता- पिता के साथ उनकी पसंद की जगह पर घूमने जा सकते हैं :- 

                                                        क्या आप यह गोन बना सकते हैं कि अपने माता- पिता के साथ उनकी पसंद की जगह पर घूमने जा सकते हैं| आप डोमेस्टिक ट्रिप कीजिए, आप इंटरनेशनल ट्रिप कीजिए, आप एडवेंचर ट्रिप कीजिए, आप को जो करना है| वह करिए एग्जॉटिक्स  से एग्जॉटिक ट्रीट कीजिए लेकिन क्या साल में एक बार अपने Preference छोड़कर अपने माता-पिता के साथ जा सकते हैं| आपके माता पिता ने बचपन में अपने सारे  Preference छोड़े थे| आपके लिए वह ऐसी जगह पर गए थे जहां उन्हें जाना पसंद नहीं था| वह भीड़ भाड़ वाली जगह पर गए वह सुबह- सुबह उठकर पार्क गए थे| शाम को उन्होंने आपकी साइकिल के पिछे दौड़ लगाई थी| उन्हें वह सब किया था| जो भर जो आपको खुश कर सकती हैं क्या आपका कर्तव्य नहीं बनता कि आप अपने माता पिता को जो जगह, मंदिर है, जहां जाना उन्हें पसंद है वहां उनके साथ जाऐ उन्हें ले जाए|
 
आप हर साल अपने माता पिता के साथ उनकी पसंद की जगह पर घूमने जा सकते हैं
Child and Parents Trip


4.    आप अपने माता पिता को हर साल उनकी  पसंद का एक बेहतरीन तोहफा दे सकते हैं  :-
  

                                            क्या आप अपने माता-पिता के लिए यह गोल बना सकते हैं कि उनकी पसंद का एक बेहतरीन तोहफा हर साल दे सकते हैं| बिना इस बात की परवाह किए बिना कि इससे मेरी सेविंग कम हो जाएगी, बिना इस बात की परवाह किए कि यह मेरे लिए अतिरिक्त खर्च हो जाएगा, या इने अब क्या जरूरत उनको क्या जरूरत वह जाने  लेकिन क्या आप हर साल उनको उनकी पसंद का एक अच्छा तोहफा दे सकते हैं| उन्हें अपने जीवन की सारी कठोतिया की है कि आप एक शानदार जीवन जी सकें| इसलिए आपका कर्तव्य बनता है कि अपने माता-पिता को अच्छे तोहफे दे जिससे उन्हें खुशी हो सके उनके जीवन को आनंदित कर सकें|

आप अपने माता पिता को हर साल उनकी  पसंद का एक बेहतरीन तोहफा दे सकते हैं
Child to Parents Gift


5.    आप अपने माता-पिता की दान करने के लिए थोड़ी सी धनराशि अलग रख सकते हैं| :-    

                                                        क्या आप यह गोल बना सकते हैं| माता-पिता के दान करने के लिए थोड़ी सी  धनराशि अलग रख सकते या फंड दे सकते हैं क्योंकि एक उम्र के बाद उनका मन करता है या इच्छा होती है कि मंदिर में, मस्जिद में, चर्च में, गुरुद्वारे में व किसी हम उम्र जो तकलीफ में है| उनकी मदद कर सकते या दान कर सकें घर में किसी नौकर को, काम वाली बाई को अपने हाथों से कुछ दे सकें इसके लिए आपसे ना मांगना पड़े यदि आप उनके लिए छोटी सी दान राशि या थोड़ा फंड क्रिएट कर सकते हैं| जिसको अपनी मर्जी से कहीं भी उपयोग करें और उनसे कोई प्रश्न नहीं करेंगे| यदि आप यह कर सकते हैं तो आप एक सच्ची संतान हैं| वृद्धावस्था में माता-पिता को दान करना बहुत अच्छा लगता है| जब वह किसी चीज व धन को दान करते समय बहुत सुख मिलता है इसलिए दान की राशि अलग से दे बिना मांगे|

6.    आप यह संकल्प ले सकते हैं कि मैं कभी भी माता-पिता का अनादर या अपमान नहीं करूंगा  :- 

                                                    क्या आप यह गोल बना सकते हैं कि मैं कभी भी अपने माता-पिता का अनादर या अपमान नहीं करूंगा आप अपने माता-पिता से बिना अनादर किए उनसे बातचीत कर सकते हैं| मुझे बहुत अफसोस होता है| जब बातचीत के बीच में जनरेशन गैप के नाम पर, कभी परफॉर्मेंस के नाम पर, कभी सोचने के तरीके के नाम पर, लोग अपने से बड़ों का अपमान करते हैं और अनादर करते हैं| 
"आपको माता पिता से असहमत होने का अधिकार है उनका अपमान करने का नहीं| "
"आपको अपने माता-पिता से अलग राय रखने का अधिकार है पर उनका अनादर करने का नहीं|"
"आपको उनकी बात ना मानने के अधिकार है उनसे बदतमीजी करने का अधिकार नहीं है |"
यदि आप  हर डिस्कशन  अपने माता- पिता  से रेस्पेक्ट से कर सकते हैं  तो उनका  आत्म सम्मान बना रह जाएगा  और आप भी अपने मन की कर पाएंगे| इसलिए कैसी भी परिस्थिति हो या समय अपने माता-पिता का सम्मान करें उनकी किसी के सामने झुकाऐ नहीं उनका आत्मविश्वास गिराए नहीं |

7.    अपने माता पिता को अपनी सफलता का श्रेय जरूर दें :-  

                                                        क्या आप यह गोल बना सकते हैं कि अपने माता पिता को अपनी सफलता का श्रेय दे सकते हैं| यदि कभी कोई जीवन में आप से पूछ ले कि आप जो सफल हुए, जिस मुकाम पर हैं, जिस शिखर पर है, जो उपलब्धियां हासिल की है, उसके पीछे कौन है| सारी बातों का सारा श्रेय तुम ले लेना पर एक बात जरूर कहे कि मेरी माता पिता के आशीर्वाद का हाथ है| उनको दोष मत देना कि आपने मेरे लिए क्या किया है| यह कहकर उनका अपमान मत करना मैं जहां भी हूं इसमें मेरे माता- पिता के आशीर्वाद का हाथ है| यह कह देना जिससे दूसरों की नजरों में अपने माता-पिता का मान सम्मान बढ़ जाएगा |

            माता-पिता की सही परवरिश नही करने पर बच्चों पर बुरा प्रभाव 

          माता-पिता अपने बच्चो की परवरिश ऐसे करे

            माता पिता अपने बच्चों की परवरिश ऐसे करें 

💬
यदि आप एक अच्छी और आदर्श संतान बन ना चाहते हैं तो ऊपर बताए गए गोल पर ध्यान दें जीवन में तीन चीजें महत्वपूर्ण है| (1) हेल्थ, (2) रिलेशनशिप, (3) करियर और बिजनेस जीवन में इनमे से एक चीज दूसरे के लिए दांव पर नहीं लगा सकते इन तीनों को एक साथ संतुलन बनाके रखना पड़ता है या चलाना पड़ता है| एक भी चीज नीचे या ऊपर हुई तो जीवन का संतुलन बिगड़ जाएगा हम घूमने के लिए गोल बनाते हैं, खाने के लिए गोल बनाते, व्यायाम के लिए गोल बनाते हैं एवं कुछ पाने के लिए गोल बनाते हैं तो उनके लिए गोल क्यों नहीं बनाते हैं| जिसकी वजह से आज हमारी हर सांस है| जिसकी वजह से हम पृथ्वी पर है जो जीवन जी रहे हैं| आप मॉर्डन जमाने के रहे पर अपनी जड़ों से जुड़े रहे इन बातों को अपने जीवन में अपना के देखिए जिससे आपका और आपके माता-पिता का संबंध बहुत मजबूत हो जाएगा और आपको देखकर आपके बच्चे भी ऐसा व्यवहार करेंगे और एक अच्छे परिवार का निर्माण होगा तथा आपका जीवन सफल हो जाएगा| आप एक उत्तम और आदर्श पुत्र के रूप में अपने आप पर गर्व करोगे समाज में आपकी प्रतिष्ठा उच्च होगी|








No comments:

Post a Comment

माँ की ममत्व की पहचान

 माँ की ममत्व की पहचान :- एक स्त्री का जन्म लेने का जीवन सफल जब होता है| जब वह मां बनती है एक स्त्री के लिए मां बनने का सुख इस संसार का सबसे...

Share Post

Share Post