संबंधों के प्रकार : - इस संसार में संबंध चार प्रकार के होते हैं| जो इस प्रकार है|
- रक्त संबंध (Blood Relationship)
- विवाह संबंध (Marriage Relationship)
- काल्पनिक संबंध (Imaginary Relationship)
- गोद संबंध (Lap Relationship)
1. रक्त संबंध : -
व्यक्ति के जन्म लेने के साथ ही जो संबंध बनते हैं उसे रक्त संबंध कहते हैं | जैसे माता-पिता, बहन -भाई ,बहन -बहन ,भाई- भाई, पुत्र -पुत्री आदि रक्त संबंध सभी संबंधों में सबसे पहले बनने वाला संबंध है | यह संबंध बनाने के लिए कोई प्रयास नहीं करना पड़ता है | जन्म के साथ बनता है मनुष्य इस संबंध को पूरे मान-सम्मान के साथ बनाए रखता है | इस संबंध को कुछ पलों के लिए तोड़ने से डरता है | क्योंकि इस संबंध को अच्छे सेक निभाने से एक आदर्श परिवार का निर्माण होता है और उसे समाज में रेस्पेक्ट परिवार की नजरों से देखा जाता है | अच्छे परिवार से ही अच्छे समाज बनता है | हर संबंध को मान सम्मान देना चाहिए और निभाना चाहिए सभी संबंध को इंर्पोटेंट देना चाहिए रिश्ते दिल से निभानी चाहिए शब्दों से नहीं रिश्तो में नाराजगी शब्दों से होनी चाहिए दिल से नहीं
विवाह संबंध वह रिश्ते हैं जो एक लड़का और लड़की का विवाह होने पर दो परिवारों के मध्य बनने वाला संबंध विवाह संबंध कहलाता है | जैसे - ब्यान - ब्याई, जीजा ,साला ,साली ,साडू, ननद ,भाभी संबंध आदिश संबंध हैयह रिश्ता दोनों परिवारों के एक-दूसरे के विश्वास और भरोसे की निव पर टिका होता है | इन संबंधों के बनने से एक नई दंपति का जीवन की शुरुआत होती है | जो आगे चलकर एक परिवार का निर्माण करते हैं यदि दंपत्ति का जीवन खुशहाली से भरा रहता है तो विवाह संबंध एक मजबूत विश्वास की निव से बंदा रहता है |और आगे चलकर अच्छे संबंध का उदाहरण बनता है |
काल्पनिक संबंध वह संबंध है जो दो अलग-अलग व्यक्तियों के मध्य बनता है जो व्यक्ति अपनी योग्यता के आधार पर बनाता है | जैसे - दोस्त ,डॉक्टर- पेशंट ,अध्यापक- छात्र ,आदि संबंध होते हैं यह संबंध दो अनजान व्यक्तियों के मध्य एक ऐसे रिश्ते की निव डालता है जो एक- दूसरे के विश्वास के ऊपर बनता है यह संबंध बनाना बहुत महत्वपूर्ण होता है | यह संबंध को बनाने से व्यक्तियों को एक- दूसरे के चरित्र ,विश्वास, सच्चाई और व्यवहार आदि को अच्छी तरह से जानने का प्रयास करता है जो एक अच्छे समाज का निर्माण करने में एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है |
4. गोद संबंध :-
गोद संबंध वह सम्बन्ध है जो किसी अन्य मनुष्य को यदि कोई मनुष्य सरकारी नियमों के साथ उसे अपना कर एक नए संबंध का निर्माण करता है | जैसे - एक अनाथ लड़की या लड़की को यदि कोई दंपत्ति या व्यक्ति सरकारी नियमों के आधार पर गोद लेकर उसे अपनी पुत्री और पुत्र के रूप में अपनाता है तो इसे गोद संबंध कहते हैं | इस संबंध के द्वारा एक अनाथ व्यक्ति या संतान को माता-पिता मिल जाते है जिससे उसको पुत्र- पुत्री का संबंध बन जाता है जिससे उसको अच्छा जीवन मिल जाता है|
👉 महत्वपूर्ण बात :-
यह सभी संबंध एक-दूसरे के संबंध पर निर्भर करते है| रक्त संबंध से विवाह संबंध और गोद संबंध एवं काल्पनिक संबंध जुड़े होते हैं | यह संबंध एक-दूसरे के बिना समाज का निर्माण नहीं कर सकते हैं | यह संबंध मनुष्य के चारों ओर इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं | इससे मनुष्य दूर नहीं रह सकता यह संबंध का जाल प्रकृति के द्वारा बनाया गया है | मनुष्य को जीने के लिए ईश्वर ने यह संबंधों की नियमों का जाल बनाया है|
No comments:
Post a Comment