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Saturday, September 5, 2020

माता-पिता बच्चो के इमोशनल का ध्यान रखे

माता-पिता बच्चो के इमोशनल का ध्यान रखे :-


                  बच्चे इमोशनल बहुत होते है| हर बच्चों का एक इमोशनल कप होता है जिन बच्चों का इमोशनल कप खाली हो जाता है वह बच्चा बहुत गलत डायरेक्शन में जाता है| जिस बच्चों का इमोशनल कब भरा होता है वह High Esteem के साथ बहुत आगे तक जाता है|

1.    Emotional Cup - Full :- 

                                  यदि अपने बच्चों का इमोशनल कप फुल रखना चाहते हैं तो उन्हे|

Emotional Cup Full
Emotional Cup Full

  • Love :- अपने बच्चों से प्रेम करें उन्हे प्रेम से हर बात को समझाएं|
  • Affection :- अपने बच्चों को स्नेह, ममता दें जिससे आपको अपना समझेगा आपकी बात सुनेगा|
  • sense of security :-  यदि आप अपने बच्चों को समझदारी और सुरक्षा देंगे तो वह समय के साथ बहुत समझदार और सुरक्षित महसूस करता है|
  • Attention :- यदि आप बच्चों पर ध्यान देते हैं तो आपके बच्चे गलत दिशा में नहीं जाएंगे कि वह किसके साथ दोस्ती करते हैं, किन लोगों के साथ उठना और बैठना है कोई गलत आदतें तो नहीं लगा लिई इन सब बातों का ध्यान रखते हैं बच्चों की हर बात का ध्यान रखते हैं उसका इमोशनल कप भरा रहता है|
  • play  :- यदि आप अपने बच्चों के साथ खेलते हो तो आप उनके दोस्त बन जाओगे| उसको बाहर जाकर किसी के साथ खेलने की जरूरत महसूस नहीं करेगा|
  • friendship :- यदि आप अपने बच्चों के साथ फ्रेंडशिप करते हैं तो वह आपको सब अच्छा दोस्त मानेगा वह आपको हर बात को आप के साथ शेयर करेगा उसे बाहर जाकर किसी और से दोस्ती करने की जरूरत महसूस नहीं होगी|
  • Quality time:-  अपने बच्चों को क्वालिटी टाइम देना चाहिए जिससे बच्चों में अच्छे गुण आ सके, जिससे बच्चे अपने आप में इंप्रूव कर सके, उन्हें सही और गलत की पहचान हो सके बच्चों को सही आदते सिखाना चाहिए |
  • Praise :-  अपने बच्चों की प्रशंसा करें यदि आपके बच्चे किसी कार्य को करें तो उसे कार्य करने पर उसकी प्रशंसा करें यदि कोई अच्छी आदतें अपनाए या अच्छे व्यवहार करने पर उनकी प्रशंसा सबके सामने करें|
  • Appreciate  :- अपने बच्चों की सराहना करें यदि बच्चे किसी कार्य खेलकूद में भाग लेते हैं यदि बच्चे जीते या हारे उसे की सराहना जरूर करें कि इस बार अच्छा नहीं तो क्या फिर भी तुमने बहुत अच्छा प्रयास किया है उसे डांटने के बजाय उसकी सराहना करें इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है|

यदि आप बच्चों  के साथ इस तरह की परवरिश और व्यवहार करते हैं तो बच्चों का इमोशनल कप भरा रहेगा आपके बच्चे अच्छे और सही रास्ते पर जीवन में आगे बढ़ेंगे उन्हे संस्कार भी अच्छे मिलेंगे, उनकी सोच सकारात्मक अपने लक्ष्य को पाने की ऊर्जा से भरे रहेगे अपने जीवन में ऊंचे शिखर पर जाएगे| उन का जीवन उत्तम और उत्कृष्ट बनेगा उनके साथ-साथ उनके बच्चे को भी अच्छा जीवन और संस्कार मिलेंगे|

2.    Emotional Cup - Empty :- 

                            यदि आप अपने बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जो उनका जीवन खराब हो सके जिनसे उनका इमोशनल कप खाली होता है जो निम्न है|

Emotional Cul Empty
Emotional Cup Empty

  • Insult in Public :-  यदि आप अपने बच्चों की पब्लिक के सामने Insult करते हैं तो वह आपसे नाराज हो जाएगा वह आपकी बात नहीं सुनेगा इससे उसके आत्मविश्वास को चोट लगेगी सबके सामने उसे अच्छा या बुरा सुना देते हैं तो वह जीवन भर आपका दुश्मन हो जाएगा 
  • Criticize :-  अपने बच्चों की हर बात या कार्य में बार-बार आलोचना करना, सबके सामने उसकी कमियां निकालना, बिना कारण आलोचना इससे बच्चे आपसे दूर हो जाते हैं  
  • Abuse :- यदि आप बच्चों के साथ Abuse से बात करते हैं उन्हे गाली देते हैं इससे उन पर गलत प्रभाव पड़ता है जिससे आप मैं और बच्चों के बीच दूरियां आ जाएगी 
  • Neglect :- अपने बच्चों को नैकलेट करना उनकी बात या कार्य को नजरअंदाज करना उनकी सबसे सामने उपेक्षा करना
  • Humiliation :- यदि आप अपने बच्चों का निरादर करना उनकी छोटी-छोटी बात पर कार्य के लिए तिरस्कार करना बच्चों की सबके सामने निरादर करना
  • Punishment Without Reason :-  यदि आप अपने बच्चों की किसी कार्य या बात के लिए बिना कारण जाने ही बच्चों को बिना कारण सजा देना, बिना बात पर डांटना
  • Feeling Loneliness :- बच्चे अपने आप को अकेला महसूस करता है  
  • Feeling Failure :- बच्चे अपने आप को असफल महसूस करते हैं 
  • Feeling Rejected :-  बच्चे अपने आप को रिजेक्ट महसूस करते हैं इससे वह कमजोर और हारा हुआ महसूस करता है
इस सब बातों से बच्चों का इमोशनल कप खाली हो जाएगा और बच्चा अपनी इमोशनल कप को भरने के लिए बाहर जाएगा, किसी और के पास जाएगा, वह गलत रास्ता, गलत दोस्तों के साथ रहेगा, गलत जगह पर जाएगा, गलत वेबसाइड खोलेगा, वह लोगों से अपनी इमोशनल कप को भरने के लिए खींचेगा तरीके वह Misbehave  करेगा, अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए वह हेरफेर करने लग जाएगा बच्चे दूसरों से जेलीसी महसूस करते हैं इससे बच्चे गलत रास्तों पर चले जाते हैं| गलत आदते शराब, सिगरेट पीना आदि कार्य करना लग जाते हैं जिससे उनका जीवन खराब हो जाता है और जीवन में असफल हो जाता है जिससे वह निराशावादी बन जाता है|

आइस बर्ग देखा है आपने,  इससे आप समझ पाएंगे आइस बर्ग वह बर्फ की चट्टान जो समुंदर के अंदर होती है 10 % दिखती है और 90% पानी के नीचे होती है आइस बर्ग में पानी के नीचे बहुत बर्फ होती हैं वह दिखती नहीं दिखती 10% ऊपर ऊपर है

Ice barg
Ice barg

बच्चो की जिंदगी भी ऐसी है आइस बर्ग जैसी होती है बच्चों का Anger होना, Screaming, वह चिल्ला रहा है, वह कोई बात छुपा रहा है, वायलेंट हो रहा है, वह Aggressive हो गया है, वह रो रहा है, यह सब खाली 10% ऊपर दिखाई देता है इसके नीचे 90% बहुत कुछ है उसकी Anxiety, उसका Frustration, डिस्ट्रेस, उसका ट्रस्ट ना कर पाना, उसका असफल होना, उसका Grief होना, Unsure होना, उसका Attact महसूस करना, उसका हट महसूस करना, उसका Worried होना, उसका अकेलापन होना यह सब समुंदर था और समुद्र के ऊपर क्या है थोड़ी सीक बर्फ दिख रही है आप उस बात को लेकर ट्रीटमेंट कर रहे हैं जो दिखती हुई बर्फ के लेकर कर रहे हैं जो नीचे छुपी हुई बर्फ है उसको ठीक करना है हमें इसीलिए कलेक्शन नहीं इंस्पेक्शन करना चाहिए आपको पता हैं कि यदि बच्चों को सफल बनाना है तो उनका सफलता का स्कोर बोर्ड बना दो गेमीफाइ कर दो|

3.   Gamification Of Value Inculcation :- 

                                                      यदि बच्चों में संस्कार डालना चाहते हैं तो बच्चों को Gamifi कर दो यदि बच्चों का स्कोर बोर्ड बना दो तो वह जीतना चाहेगा जैसी क्रिकेट स्कोरबोर्ड होता है, बास्केटबॉल का स्कोरबोर्ड होता है जैसे स्कोरबोर्ड चालू करता है तो बच्चे जल्दी खेलते हैं जब टेस्ट प्रैक्टिस मैच होता है तो क्रिकेट में भी पहली बोल फेखते समय कौन खेलता है बस बल्ला घुमा देता है यदि बच्चा आउट हो भी जाता है तो कोई फर्क नहीं पडता है जैसे  स्कोरबोर्ड चालू होता है तो बच्चे जान लगाकर खेलते हैं जितना है अपने को उनमें अतिरिक्त ऊर्जा आ जाती है वैसे ही आप भी कुछ वैसी ही वैल्यू, संस्कार को बिल्ड करने के लिए गेम क्यों नहीं बना देते आप बाजार से कुछ टोकन ले कर आओ उस पर 1 रूपया, 5 रूपया, 7 रूपया मतलब की स्कोर लिख दो बच्चों के साथ डिस्कस करो तुम यह व्यवहार करोगे तो मैं तुम्हारी इस बॉक्स के अंदर 1 रूपया, 5 रूपया का टोकन डालूंगी 10 रूपया का टोकन डालूंगी यदि तुमने ये गलत व्यवहार किया तो यह टोकन बाहर निकाल लूंगी तुमारा स्कोरबोर्ड बनेगा शाम को  

यदि वह सुबह समय पर उठा तो 2 रूपये मिलेंगे, उसने ब्रश समय पर किया तो 2 पॉइंट मिलेंगे रुपया मतलब में बोल रहा हूं पॉइंट दे उसे बाद में रीडिंग करने का तरीका बना दे यदि समय पर Homework किया तो 5 पॉइंट मिलेंगे, यदि समय से सोने चला गया तो 2 पॉइंट मिलेंगे, यदि समय से खाना खाया तो 7 पॉइंट मिलेंगे, यदि बच्चे टेन्टर्म कर रहे तो पॉइंट काट लो, यदि सामान इधर-उधर फेकता है तो पॉइंट काट लो, चिल्ला रहा है गाली दे रहा है तो 7 पॉइंट निकाल लो, यदि माता-पिता के साथ मिसबिहेव कर रहा है तो 10 पॉइंट निकाल लो, किसी को गाली देता है थुक देता है तो 10पॉइंट निकालो, आपकी बात नहीं मानता है तो 2 पॉइंट निकाल लो इस से शुरू शुरू में पॉइंट गेम के चक्कर में वह अच्छे व्यवहार को प्रेक्टिस कर जाएगा और आने वाले समय के अंदर वह उसकी आदत बन चुकी होगी उसकी प्रेक्टिस में आ चुका होगा और उसका जीवन बदल जाएगा आप उसे अच्छे संस्कार और परवरिश के साथ बड़ा कर सकते हैं जीवन में सफलता प्राप्त करता है इनसे उनके बच्चो को भी अच्छी आदते और संस्कारों दे पाएंगे|

बच्चों को अकेला मत छोड़ो इतना बच्चों के आंसू कड़वी ना हो उन्हें मीठा करना है, उसकी जिज्ञासा गहरी होती है उसको शांत करना है, उसका दुख बहुत तीव्र होता है इससे यह उससे ले लो, उसका हृदय कोमल होता है उसे कठोर मत बनाओ, बहुत सिंपल सीक बात हैं अगर आप दोनों का झगड़ा भी है पति-पत्नी का तो बच्चों के लिए सुझाव आओ साथ में बेटे, प्रेम करो ताकि बच्चों का जीवन सुरक्षित हो सके यह पोस्ट फादरिंग नहीं, मदरिंग नहीं यह Parenting है गलती किसी की भी हो आप दोनों में से ईगो को साइड में रखो बच्चों को और सिखाओ आगे बढ़ाओ इन सब बातों को ध्यान में रखकर अपने बच्चों की परवरिश करते हैं तो उन्हें अच्छे संस्कार, अच्छे आचरण, शिक्षा और मिल पाएगी जिससे दुनिया में अपनी प्रतिष्ठा फैला सके और दूसरों से अलग कार्य करें, अच्छे रास्तों पर चले, अपने जीवन से दूसरों के जीवन में उजाला कर सकें अपने माता-पिता का सम्मान करे, माता-पिता की वृद्धावस्था में सेवा कर सके बच्चे अपने जीवन को उत्तम और कीर्तिमान बना सकें|




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