माता-पिता के प्रकार (Types of Parents) :--
''अपने बच्चों का पालन ऐसे करो कि आपके बच्चे अपने बच्चों को आप की कहानी बड़े गर्व से सुनाऐ''|
इस जगत में प्रत्येक विवाहित जोड़ा या दांपत्य एक ना एक दिन माता-पिता (Parents) जरूर बनते हैं और बच्चों के माता-पिता बनने का गौरव प्राप्त करते हैं | इससे एक दांपत्य का जीवन सफल हो जाता है| माता- पिता बनना एक प्रकार की जिम्मेदारी होती है| यह कोई अधिकार नहीं होता है की बस की माता- पिता बन गए इससे यह साबित नहीं होता है कि आप अच्छे माता- पिता बन गए| यदि आप अपने बच्चों का लालन- पालन अच्छे माता-पिता बनकर करोगे तो आगे आपको उसका फल वृद्धावस्था में मिलता है| इससे पता चलता है कि वाक्य में आप माता- पिता बने हैं मैं बात कर रहा हूं पेरेंट्स की ना की में उन माता की और पिता की जो एक- दूसरे से अलग -अलग रहते हैं| जिससे बच्चे या तो वह माता के पास होता है या पिता के पास होता है क्योंकि बच्चे की परवरिश अच्छी करना चाहते हो तो माता-पिता दोनों को साथ रहकर करनी पडेगी क्यों बच्चे को दोनों का प्यार चाहिए और दोनों एक साथ चाहिए| यदि बच्चों को अच्छी लालन-पालन या परवरिश मिलती है तो वह भी आगे चलकर अच्छे माता-पिता बनेगे तो वह भी अपने बच्चों की परवरिश उसी प्रकार करेगा जिस प्रकार आपने की होगी क्योंकि बच्चे अपने माता -पिता के संस्कार और गुणों और जैसा देख कर बडे हुए हैं वैसा करते हैं | आप एक अच्छे माता-पिता जब नहीं बनते जब बच्चों को बड़ा कर देते हैं| अच्छे संस्कार व गुणों के साथ जब वह बच्चा आपका वृद्धावस्था में अच्छा ख्याल व लालन-पालन करे बेटे की जिम्मेदारी उठाये जो अपने माता-पिता (Parents) के प्रति है| चाहे परिस्थिति कोई सी भी हो जब आप अच्छे माता पिता कहलाते हैं| इस तरह देखा जाए तो इस जगत में सामान्य रूप से चार प्रकार के माता-पिता होते हैं " माता-पिता अपने बच्चों का पहला दिखने वाला दर्पण हैं"
जो इस प्रकार है |
1. सत्तावादी (Authoritarian) :-
सत्तावादी माता-पिता (Parents) वह होते हैं जो बच्चों को अपने अनुसार रखते या चलाते हैं जब बच्चे अपने अनुसार कार्य या कोई चीज करना चाहता है तो माता-पिता उनसे कहते हैं की मैं कहता हूं वैसा करो, जैसा बोला वैसा करो, जितना बोला उतना करो, ऐसा होगा यही होते है सत्तावादी माता -पिता जो माता -पिता अपने बच्चों पर सत्तावादी व्यवहार करते हैं और सत्तावादी संस्कार और गुणों से परवरिश करते हैं जैसी आपकी परवरिश वैसे संस्कार और गुण होंगे आज कल तो कम ही सत्तावादी माता- पिता पर पहले सत्तावादी माता-पिता होते थे इस प्रकार के माता-पिता बच्चों को अपने अनुसार ही हर कार्य को करवाना चाहते हैं जिससे कार्य को करने में बच्चों को संतोष या अच्छा नहीं लगता उसे भी करवाते हैं जिससे बच्चों को आप के प्रति प्यार या प्रेम कम होने लगता है जिससे माता-पिता और बच्चों के बीच दरार और कड़वाहट आ जाती है जिससे आगे चलकर आपके साथ वृद्ध अवस्था में सत्तावादी व्यवहार करेगा जिससे बच्चे का व्यवहार अच्छा नहीं होगा जिससे वह अपने जीवन में हर कार्य में असफलता को ढूंढेगा जिसे वह अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य को नहीं निभा पाएगा और एक अच्छे परिवार का निर्माण नहीं हो पाएगा|
सत्तावादी (Authoritarian)
2. लोकतांत्रिक (Democrat) :-
लोकतांत्रिक माता-पिता (Parents) को होते हैं जो बच्चों के साथ मिल बांट कर बात व कार्य करते हैं और बच्चों की सुनते हैं और अपनी भी सुनाते हैं माता-पिता बच्चों को किसी भी कार्य या बात वह चीजों में अपने साथ शामिल करें उन्हें जानकारी देकर ना टाले परायो की तरह जो भी बात हो या कार्य हो तो उन पर माता-पिता को बच्चों के साथ चर्चा करें बच्चों को समय दे, उनके साथ कुछ समय बातें करें , उनसे पूछे कि उनको कोई समस्या या दिक्कत तो नहीं है जो दिन भर में जो समय बिताते हैं उनके बारे में पूछें बच्चों के साथ थोड़ी हंसी मजाक करें और साथ उनके खेलें यदि कोई त्यौहार या पर्व हो तो माता-पिता को अपने बच्चों से राय या सलाह लेना और उन्हें अपनी राय या सलाह बताना आदि इस प्रकार के गुणों व संस्कारों के साथ बच्चों को बड़ा करते हैं तो वैसी परवरिश अपने दी है वैसी वह अपने बच्चों को देंगे वैसा ही आपको वृद्धावस्था में आपको वैसी ही हर कार्य व बातों में शामिल किया जाएगा और वैसा ख्याल रखा जाएगा| इस प्रकार के माता-पिता बच्चों के प्रति बहुत जिम्मेदार व संवेदनशील होते हैं | बच्चों का जीवन बहुत अच्छा बनाते हैं उनकी पढ़ाई पर बहुत ध्यान देते हैं और उच्च शिक्षा पर कोई कंप्रोमाइज नहीं करते ऊंचाइयों पर जाएं बच्चा उनकी हर छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते हैं कि बच्चे क्या कर रहे हैं| यदि कोई गलत कार्य या कदम तो नहीं उठा रहे उन कार्य व बातों को समझ व जानकर अपने बच्चों को सही राय व रास्ता दिखाते हैं| इसे बच्चे भी अपनी माता-पिता को समझते भी हैं और उनकी बात भी मानते हैं और एक अच्छी संस्कारी परिवार का निर्माण होता है|
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लोकतांत्रिक(Democrat) |
3. अनुमोदक (Permissive) :-
अनुमोदक माता-पिता (Parents) वह होते हैं जो बच्चों से कह देते हैं कि जो तेरा मन करें या पड़े वह कर मतलब कि सभी बातों के लिए स्वतंत्रता दे देते हैं | इस प्रकार के माता-पिता बच्चे जो मांगते हैं वह दे देते हैं या दिला देते हैं| बच्चों ने कोई गेम मांगा, फोन मांगा, कंप्यूटर मांगा, बाइक मांगा वह सब दिला देते हैं उन्हें तो बच्चों ने जो मांगा वह दिलाने से मतलब होता है उन्हें बच्चों से कोई मतलब नहीं होता है कि बच्चे यह सब क्यों मांग रहे हैं जिस समय उन्हें जरूरत नहीं है | जब बच्चे पैसा मांग और जितना मांगा उतना उन्हें दे देते हैं | यह जाने कि वह यह पैसा किस चीज के लिए व कारण से मांग रहे हैं इस प्रकार के माता- पिता उन्हें देने से मतलब रखते हैं| वह उनकी जिम्मेदारी और कर्तव्य मानते हैं| शुरू से माता-पिता इस प्रकार से बच्चों को बड़ा करते हैं बस उन्हें बच्चों को मनपसंद चीजें व कार्य की छूट देते हैं | बच्चों को किसी प्रकार के संस्कार, कर्तव्य, जिम्मेदारी, तोर- तरीके व सही गुणो आदि देने पर कोई ध्यान नहीं देते हैं| अनुमोदित माता-पिता अपनी जिम्मेदारी बच्चों ने जो मांगा व कार्य के लिए कहा चाहे वह गलत हो या सही यह जाने हां कह देना यह जिम्मेदारी खत्म होगी ऐसा होते हैं|
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अनुमोदक(permissive) |
4. बेपरवाह (Neglectful) :-
बेपरवाह माता-पिता (Parents) वह होते हैं जो अपने बच्चों के प्रति बेपरवाह या लापरवाह होते हैं| इस प्रकार के माता-पिता अपने बच्चों को जन्म तो दे देते हैं और कहते हैं कि मेरे बच्चे हैं इस प्रकार के माता-पिता अपने बच्चों को सही व अच्छे संस्कार, कर्तव्य, जिम्मेदारी आदि कई गुणों को नहीं सिखाते हैं| माता-पिता अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभाते वह अपने बच्चों के प्रति बेपरवाइयां या लापरवाह होते हैं यही पता नहीं होता कि उनके बच्चे क्या करते हैं, वह बाहर किन के साथ और कौन से यार दोस्तों के साथ उठते बैठते हैं| यह भी पता नहीं होता कि बच्ची धूम्रपान, नशा अन्य गलत चीजों का सेवन करने और गलत कार्य करना आदि और कौन-कौन सी आदतें है इन सब बातों पर ध्यान नहीं देते हैं| बेपरवाह माता-पिता बच्चों की शिक्षा, अच्छा जीवन देना, सही कार्य व बातें बताना गलत कार्य पर कोई रोक-टोक ना करना इन बातों के प्रति बेपरवाह होते हैं| जिससे बच्चे सही आचरण व संस्कार ना मिलने पर बच्चे गलत रास्तों पर और अपराधी बन जाते हैं क्योंकि उन्हें माता-पिता का सही प्यार और प्रेम नहीं मिलता उनसे बच्चे दूर रहते हैं | वह अपनी मनमानी चलाते हैं इस प्रकार के माता-पिता बहुत खराब होते हैं|
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बेपरवाह(neglectful) |
ऊपर बताई गई चारो प्रकार के माता-पिता (Parents) में से सबसे अच्छे अनुमोदक( डेमोक्रेटिक) माता-पिता होते हैं | यदि डेमोक्रेटिक माता-पिता बनते हैं तो आगे चलकर आपके बच्चे भी डेमोक्रेटिक माता-पिता बनते हैं | जिससे एक अच्छे परिवार का निर्माण होता है | इन चार प्रकार के माता-पिता मै से जिस व्यवहार, जिम्मेदारी, कर्तव्य के माता-पिता बनने के लिए जैसी नीव रखोगे वैसा परिवार का निर्माण होगा| इसलिए अनुमोदक माता-पिता बने जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा, संस्कार, जिम्मेदारी, कर्तव्य आदि गुण हो जिससे आपके पुत्र या पुत्री के रूप में जन्म लेने से अपना जीवन धन्य माने उसे अपने आप पर गर्व हो कि आप उनके माता-पिता हैं और वैसे आगे चलकर आपके जैसा माता-पिता बनना चाहेंगे|
" बच्चे बड़ों की बात सुनने में अच्छे नहीं होते वो बड़ों को कॉपी करने में ज्यादा अच्छे होते हैं| "
जैसा आप बच्चों को बचपन से बड़े होने तक जैसे संस्कार व परवरिश तथा लालन पालन करते हैं| उस संस्कारों और परवरिश का पता बाद में वृद्ध अवस्था में चलता है कि आपकी परवरिश केसी होई है| इसलिए अनुमोदक माता -पिता बन कर बच्चों का लालन-पालन करें | जिससे आपको वृद्धावस्था में अनुमोदक माता-पिता का फल भी अच्छा मिलेगा और अन्य लोग भी आपके जैसे माता पिता बनना चाहेंगे और आपके पुत्र जैसे पुत्र की कामना करेंगे|
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